लखनऊ विश्वविद्यालय के कैंपस के बिगड़े माहौल से छात्राओं को डर सताने लगा, बोली यंहा सुरक्षित नहीं

RP, शहर और राज्य, NewsAbhiAbhiUpdated 21-05-2022 IST
लखनऊ विश्वविद्यालय के कैंपस के बिगड़े माहौल से छात्राओं को डर सताने लगा, बोली यंहा सुरक्षित नहीं

  लखनऊ विश्वविद्यालय में बीते दस दिनों में उपजे हालात ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर तमाम सवालिया निशान खड़े किए हैं। अमर्यादित भाषा का प्रयोग, मारपीट और विरोध प्रदर्शन के कारण छात्राओंं में डर बैठ गया है। बेटियाें को लेकर माता पिता को भी चिंता सताने लगी है। विश्वविद्यालय में ऐसे माहौल के चलते लड़कियां खुद को असुरक्षित महसूस कर रही हैं।

कुलपति प्रो. आलोक राय से मिलने शुक्रवार को पहुंची छात्राओं की कुछ यही पीड़ा रही। काशी विश्वनाथ मंदिर पर विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डा. रविकांत की ओर विवादित बयान देने के बाद से विश्वविद्यालय में आए दिन विरोध प्रदर्शन और मारपीट की घटनाएं आम हो चुकी हैं। कभी डा. रविकांत के पक्ष में प्रदर्शन तो कभी विरोध में प्रदर्शन और नारेबाजी से विश्वविद्यालय का माहौल ऐसा है कि छात्राएं क्लास से बाहर आना उचित नहीं समझ रही हैं। उनमें डर का माहौल है। उन्हें कैंपस में पढ़ाई का अनुकूल माहौल नहीं मिल पा रहा है और न ही विश्वविद्यालय प्रशासन इस दिशा में सार्थक कदम उठा रहा है, इसके चलते छात्राएं आहत हैं।

कुलपति से मिलने पहुंची हिन्दी विभाग की कई छात्राओं ने कहा कि पिछले 10 दिनों से कैंपस के माहौल से उनमें डर की स्थिति बन गई है। यह भी कहा कि विश्वविद्यालय का यह माहौल हम लड़कियों की सुरक्षा के लिए ठीक नहीं है। अभिभावक भी इसको लेकर चिंतित हैं। गौरतलब हो कि 10 मई को शिक्षक डा. रविकांत का वीडियो वायरल होने के बाद से छात्रों का लगातार विरोध प्रदर्शन जारी है।

बुधवार को इसी के चलते समाजवादी छात्र सभा के इकाई अध्यक्ष रहे एमए संस्कृत के छात्र कार्तिक पांडेय पर शिक्षक के साथ मापरीट का आरोप लगा है। शिक्षक ने छात्र के खिलाफ कार्रवाइ के लिए पुलिस को तहरीर दी है। वहीं आए दिन ऐसे विरोध परिसर में हो रहे हैं। 

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