गाजियाबाद. देश की राजधानी दिल्ली से सटे यूपी के गाजियाबाद में भी धारा- 144 (Section- 144) लागू कर दी गई है. गाजियाबाद में 10 अगस्त 2022 तक धारा 144 लागू रहेगी. इस दौरान पांच या पांच से अधिक व्यक्ति सार्वजनिक स्थानों पर एकत्रित नहीं हो सकेंगे. इस दौरान किसी शख्स ने अगर कोविड गाइडलाइंस का उल्लंघन किया तो सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी. गाजियाबाद के जिलाधाकिरी राकेश कुमार सिंह ने धारा 144 को लेकर कई निर्देश जारी किए हैं. बता दें कि पिछले दिनों ही यूपी के कई शहरों में जुमे की नमाज के बाद हिंसा भड़कने के बाद गाजियाबाद जिला प्रशासन ने यह कदम उठाया है.
एक दिन पहले ही यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने सभी जिलाधिकारियों को अपने जिलों में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए थे. यूपी सरकार के निर्देश के बाद ही राज्य के कई शहरों में अब सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं.
गौरतलब है कि यूपी सरकार के ये सुरक्षा इंतजाम बीते शुक्रवार को कानपुर में जुमे की नमाज के बाद कुछ हिस्सों में हिंसा भड़कने के बाद किए गए हैं. कानपुर, प्रयागराज, सहारनपुर और लखनऊ में पहले से ही सीआरपीसी की धारा 144 लागू है. गाजियाबाद में भी अब धारा 144 को 10 अगस्त 2022 तक लागू कर दी गई है. गाजियाबाद जिला प्रशासन इसके साथ ही ड्रोन से इलाके की निगरानी भी करेगा.
गाजियाबाद में धारा 144 लागू
बीते शनिवार को ही योगी आदित्यनाथ ने राज्य के सभी जिलाधिकारियों और पुलिस कप्तानों के साथ मीटिंग के बाद सख्त निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों से सख्ती से निपटने और सुरक्षा-व्यवस्था सख्त चाक-चौबंद रखने को कहा है.
यूपी पुलिस का सख्त एक्शन
यूपी पुलिस के मुताबिक, बीते शुक्रवार की हिंसा के बाद अब तक 306 उपद्रवी गिरफ्तार किए गए हैं. इस दौरान सहारनपुर में 71, हाथरस में 51, अंबेडकरनगर में 34, प्रयागराज में 92, मुरादाबाद में 35, फिरोजाबाद में 15, अलीगढ़ में 6 और जालौन में 2 को गिरफ्तार किया गया है.
यूपी के एडीजी कानून व व्यवस्था प्रशांत कुमार के मुताबिक, शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद नौ जिलों में हिंसा हुई थी. इस मामलें प्रयागराज और सहारनपुर में तीन-तीन, फिरोजाबाद, अलीगढ़, हाथरस, मुरादाबाद, अंबेडकरनगर, खीरी और जालौन में एक-एक एफआईआर दर्ज की गई है. इसके साथ उन्होंने बताया कि जुमे की नमाज के बाद भीड़ हिंसक हो गई थी, जिसमें पुलिसकर्मी भी घायल हो गए थे. 10 तारीख की घटना के संदर्भ में अब तक 306 लोगों की गिरफ़्तारी की गई है. उस दौरान लगभग 13 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे, जिनका इलाज किया जा रहा है.