बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे को जुलाई के दूसरे सप्ताह तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को समर्पित कर सकते हैं. ऐसी उम्मीद उत्तर प्रदेश के अपर गृह सचिव अवनीश अवस्थी ने आज मंगलवार को जताई, जब वह इस एक्सप्रेस वे के निर्माण कार्य को तेज़ी से करवाए जाने की हिदायतें देने के लिए यहां पहुंचे. करीब 14848.09 करोड़ की लागत से बन रहे एक्सप्रेस वे के लोकार्पण की तैयारियां भी जोर शोर से हो रही हैं और इसे बुंदेलखंड के विकास की एक सौगात माना जा रहा है.
लगभग 296 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के चार लेन बनकर लगभग तैयार हैं और भविष्य में 6 लेन तक विस्तारीकरण की योजना है. ताखा के कुदरैल में इस हाईवे का अवलोकन करने आए अवस्थी ने यहां अधिकारियों को जल्द से जल्द काम पूरा करने के निर्देश देने के बाद बताया कि 10 दिनों का समय अफसरों को दिया गया है ताकि जुलाई के दूसरे सप्ताह में इसे पीएम मोदी के हाथों लोकार्पित करवाया जा सके. अवस्थी ने बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का कई किलोमीटर तक जायज़ा किया.
अवस्थी के निरीक्षण के दौरान ज़िला अधिकारी अवनीश राय, एसएसपी जयप्रकाश सिंह, एसडीएम कौशल कुमार, सीओ बिजय सिंह और थानाध्यक्ष गंगादास गौतम आदि मौजूद रहे. बता दें कि चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, ओरैया और इटावा ज़िलों से होते हुए बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे, आगरा एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे के माध्यम से देश की राजधानी दिल्ली से जुड़ेगा.
यह है एक्सप्रेस वे की खासियत
यात्रियों की सुरक्षा के लिए एक्सप्रेस वे पर 15 पेट्रोलिंग वाहनों की तैनाती की जाएगी. एक्सप्रेस वे पर 3.75 मीटर चौड़ाई की सर्विस रोड स्टैंडर्ड रूप में बनाई गई है. बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे इटावा में लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे से जुड़ेगा, वहीं चित्रकूट के भरतकूप से इटावा होकर आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर कुदरैल के पास मिलेगा. इसके अलावा एक्सप्रेसवे केन, बेतवा, बागेन, श्यामा, चंदावल, बिरमा, यमुना और सेंगर नदियों के ऊपर से गुजरेगा.