लखनऊ. यूपी के लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज (KGMU) में इलाज कराने के लिए आये मरीजों को अब अपनी जेब ज्यादा ढीली करनी पड़ेगी. केजीएमयू प्रशासन ने इलाज महंगा करने का फैसला किया है, जिस वजह से जल्दी ही करीब 10 फीसदी तक इलाज महंगा हो जाएगा. इस फैसले के तहत पंजीकरण शुल्क (Registration Charge) को दोगुना करने की तैयारी कर ली गई है. हॉस्पिटल की एडवाइजरी कमेटी ने इस प्रस्ताव को पास कर दिया है. वहीं, अब अंतिम फैसला कार्य परिषद को लेना है.
केजीएमयू की ओपीडी में अभी पर्चे का शुल्क मात्र एक रुपये है, लेकिन पंजीकरण के नाम पर 50 रुपये मरीजों से लिए जाते रहे हैं. उसको अब 100 रुपये करने की तैयारी है. यह पंजीकरण छह माह के लिए मान्य होगा. इसके बाद ओपीडी में पंजीकरण के लिए दोबारा फीस देनी होगी. केजीएमयू के इस फैसले को लेकर मरीजों और उनके परिजनों से News18 Local की टीम ने बात की तो उन्होंने ने कहा कि सस्ते इलाज के लिए केजीएमयू आए थे,अगर इसी तरह केजीएमयू प्रशासन लगातार मनमानी करते हुए फीस बढ़ाता रहा तो गरीबों को इलाज कैसे मिलेगा. वहीं, देवरिया से इलाज कराने आई महिला कहती हैं कि अगर इलाज कराने के लिए ज्यादा पैसे देने पड़े तो सरकारी अस्पताल सिर्फ नाम का ही रह जाएगा. इससे अच्छा तो गरीब मरीज अपने घर में ही पड़ा रहे.
अभी फैसला लिया जा रहा है
केजीएमयू के प्रवक्ता डॉक्टर सुधीर का कहना है कि केजीएमयू में पिछले कई सालों से किसी भी तरह की कीमत में इजाफा नहीं किया गया था. ऐसे में केजीएमयू सबसे न्यूनतम दरों पर लोगों को इलाज मुहैया करा रहा था.अब हॉस्पिटल बोर्ड की कमेटी ने बैठक कर यह फैसला लिया है कि कुछ दरों को बढ़ाया जाए. हालांकि यह बढ़ने वाली दरें कौन सी होंगी यह अभी तय नहीं है. यह अभी अंतिम मीटिंग के बाद ही पता चलेगा.