'शिवसेना बाला साहब' एकनाथ शिंदे कैम्प ने बदला अपना नाम

RP, देश , NewsAbhiAbhiUpdated 25-06-2022 IST

 मुंबई: महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक संकट के बीच पार्टी प्रमुख और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ एकजुटता दिखाने के लिए शिवसैनिक सड़कों पर उतर सकते हैं, इस डर से मुंबई पुलिस को किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए हाई अलर्ट पर रखा गया है. शिवसेना में हुए इस विद्रोह का असर महाराष्ट्र की राजनीति में आगामी दिनों में भी रहेगा. इसलिए पुलिस को हाई अलर्ट पर रहने का आदेश दिया गया है. महा विकास अघाड़ी सरकार में कई लोगों का मानना ​​है कि अगर शिवसैनिकों को हिंसा फैलाने से नियंत्रित नहीं किया गया, तो यह केंद्र को एक मौका देगा कि वह राष्ट्रपति शासन की सिफारिश करे और फिर वर्तमान सरकार के पास सत्ता बचाने का कोई आधार नहीं बचेगा.

मुंबई में प्रमुख नेताओं विशेषकर शिवसेना के विद्रोही और भाजपा के देवेंद्र फडणवीस के घरों और चौक-चौराहों पर सुरक्षा दोगुनी कर दी गई है, किसी भी हिंसक विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए पुलिस नजर बनाए हुए है. इससे पहले उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार शाम शिवसेना के बृहन्मुंबई महानगर पालिका पार्षदों के साथ बैठक की. उन्होंने मीटिंग में कहा,`’कुछ दिन पहले मुझे शक हुआ तो मैंने एकनाथ शिंदे को फोन किया और कहा, शिवसेना को आगे ले जाने का अपना कर्तव्य निभाओ, ऐसा करना सही नहीं है. उन्होंने मुझसे कहा NCP-कांग्रेस हमें खत्म करने की कोशिश कर रही है और विधायक चाहते हैं कि हम BJP के साथ जाएं.’ उद्धव ठाकरे ने कहा कि जो लोग कहा करते थे कि मरते दम तक शिवसेना नहीं छोड़ेंगे, वे भाग गए. आज एनसीपी और कांग्रेस हमारा साथ दे रहे हैं, लेकिन हमारे अपनों ने पीठ में छुरा घोंपने का काम किया.

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