शिवमोगाः कर्नाटक के शिवमोगा और मंगलुरु शहर में 15 अगस्त की शाम सांप्रदायिक तनाव पैदा हो गया. शिवमोगा में दो गुटों में झड़प हो गई. यहां के अमीर अहमद सर्कल में हिंदू संगठन के लोगों ने वीर सावरकर का पोस्टर लगाया था. इसके बाद टीपू सुल्तान सेना ने विरोध किया और अपना झंडा लेकर पहुंच गए. इन्होंने टीपू सुल्तान के पोस्टर लगाने की कोशिश की. इसके बाद देखते ही देखते विवाद बढ़ गया. अधिकारियों ने फिलहाल उस जगह राष्ट्रीय ध्वज लगा दिया है, जहां दोनों समूह फ्लेक्स लगाना चाहते थे. दोनों पक्षों को रोकने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा.
- जानिए घटना से जुड़े 10 बड़े अपडेट्स…
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- शिवमोगा में तनाव को देखते हुए पूरे शहर में धारा 144 लगा दी गई है. कानून-व्यवस्था की किसी भी स्थिति को संभालने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है.
- शिवमोगा के जिलाधिकारी ने मंगलवार को शहर और भद्रावती टाउन लिमिट में स्कूल और कॉलेज बंद रखने का आदेश दिया है. डीएम के आदेशानुसार इन दोनों जगहों पर 18 अगस्त तक धारा 144 लागू रहेगी.
- जानकारी के मुताबिक गांधी बाजार इलाके में एक व्यक्ति को चाकू भी मारा गया है, लेकिन पुलिस का कहना है कि चाकूबाजी इसी मामले में हुई है या किसी और मुद्दे पर, इसकी जांच की जा रही है.
- चाकू मारने की घटना में घायल होने वाले युवक की पहचान 20 साल के प्रेम सिंह के रूप में हुई है. प्रेम सिंह अपने घर के सामने खड़ा था तभी बदमाशों ने उसे निशाना बनाया. उसे शिवमोगा के मेगन अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत स्थिर है.
- मामले को लेकर भाजपा और अन्य हिंदू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया. उनकी मांग है कि वीर सावरकर के पोस्टर लगाने की अनुमति दी जाए और दूसरे समूह के खिलाफ उनका अपमान करने को लेकर कार्रवाई की जाए.
- मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि पुलिस ने शांति बहाली के लिए सभी उपाय किये हैं. ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए. मैंने शांति भंग करने का प्रयास करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया है.
- मंगलुरु में सूरतकल जंक्शन पर लगे एक फ्लेक्स बोर्ड को भी प्रशासन ने हटा दिया है. दरअसल इस चौराहे पर वीर सावरकर के नाम का बोर्ड लगा दिया गया था. इसे लेकर सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया ने शिकायत की थी.
- मंगलुरु प्रशासन ने बैनर को रविवार को ही हटा दिया था. सूरतकल को सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील इलाका माना जाता है. जिला प्रशासन इस इलाके में स्थितियों को लेकर बिल्कुल सतर्क है.
- एसडीपीआई ने सूरतकल जंक्शन पर वीर सावरकर का बैनर लगाने को भड़काने वाला कदम बताया है. इस चौराहे के नामकरण को लेकर मंगलुरु उत्तर सीट के विधायक भरत शेट्टी ने साल 2021 में एक प्रस्ताव रखा था.
- हालांकि, अमीर अहमद सर्कल के नामकरण को लेकर अभी तक सरकार का अप्रूवल नहीं मिला है. इस चौराहे का नाम वीडी सावरकर के नाम पर रखे जाने का एसडीपीआई कार्यकर्ता विरोध कर रहे हैं.