नई दिल्लीः दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि आम आदमी पार्टी (AAP) 2012 में भगवान के हस्तक्षेप के कारण अस्तित्व में आई, और भगवान कृष्ण की तरह, यह पार्टी भी भ्रष्टाचार, महंगाई और बेरोजगारी जैसे बड़े राक्षसों का संहार कर रही है. उन्होंने इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में आयोजित अपनी पार्टी के पहले राष्ट्रीय सम्मेलन में कहा, ’26 नवंबर, 2012 को AAP की स्थापना, 1949 में संविधान सभा द्वारा भारत के संविधान को अपनाने के 63 साल बाद, कई महीनों के विचार-विमर्श के उपरांत की गई. यह कोई संयोग नहीं था.’
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जब राजनीतिक दलों ने ‘संविधान की स्वतंत्रता का अपमान’ करने में कोई कसर नहीं छोड़ा था, भगवान को तब हस्तक्षेप करना पड़ा और संविधान को बचाने के लिए 26 नवंबर, 2012 को आम आदमी पार्टी का गठन किया गया. उन्होंने कहा कि कोई भी अन्य राजनीतिक दल उस गति और पैमाने पर कभी नहीं बढ़ा है, जिस पर अपने गठन के बाद से सिर्फ 10 वर्षों में AAP बढ़ी है. जहां पार्टी दिल्ली और पंजाब में सरकार बनाने में सफल रही है, वहीं 20 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के शहरी व स्थानीय निकायों, पंचायतों में इसके कुल 1,446 निर्वाचित प्रतिनिधि हैं.
अपनी पार्टी (AAP) की तुलना भगवान कृष्ण से करने पर भाजपा ने अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा. भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वह (अरविंद केजरीवाल) एक ‘सत्ता लोभी’ और ‘बयान बहादुर’ हैं, जो अपनी पार्टी के दो राज्यों में चुनाव जीतने के बाद ‘खुद को भगवान’ मान रहे हैं. शराब के लाइसेंस में कमीशन खाने वाला अपनी तुलना कान्हा से कर रहा. आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भाजपा प्रवक्ता पर पलटवार करते हुए उनकी बुद्धि पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा, ‘ऐसी बुद्धि वाले व्यक्ति के बारे में क्या कहा जाए. केजरीवाल ने भगवान कृष्ण की प्रशंसा की, जिन्होंने उन भ्रष्ट अत्याचारियों को खत्म किया, जिन्होंने नफरत और आतंक फैलाया था. वह उदाहरण दे रहे थे.’