गौतम बुद्ध नगर: ग्रेटर नोएडा वेस्ट की निराला एस्पायर सोसायटी में एक 8 साल का बच्चा करीब 10 मिनट तक 5वीं मंजिल पर लिफ्ट में फंसा रहा. वह डर के मारे लिफ्ट के अंदर चीखता-चिल्लाता रहा, दरवाजा पीटता रहा…लेकिन कोई सुरक्षा गार्ड मदद करने नहीं पहुंचा. जानकारी के मुताबिक वह ट्यूशन पढ़कर अपने घर लौट रहा था. पूरी घटना लिफ्ट में लगे सीसीटीवी में कैद हो गई है. यह फुटेज अब सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. निराला एस्पायर सोसायटी के A-8 टावर के 41वें फ्लोर पर फ्लैट नंबर 1401 में विवान अपने परिवार के साथ रहता है. पिता प्रियांशु के मुताबिक विवान शाम को ट्यूशन गया था. छह बजे के करीब वह सोसायटी में लौटा और ग्राउंड फ्लोर से अपने फ्लैट में जाने के लिए लिफ्ट में अपनी साइकिल के साथ सवार हुआ. लिफ्ट 5वें फ्लोर पर आने से पहले ही अटक गई.
बच्चा लिफ्ट से बाहर निकलने के लिए चिखता-चिल्लाता रहा. उसकी चीख-पुकार सुनकर फ्लोर 4 और 5 पर रहने वाले लोग एकत्रित हो गए. लिफ्ट में बच्चे के फंसे होने की सूचना सोसायटी के सुरक्षा गार्डों और रखरखाव प्रबंधन को दी गई. करीब 10 मिनट के बाद बच्चे को लिफ्ट से बाहर निकाला जा सका. इस घटना के बाद सुरक्षा को लेकर सोसायटी के लोगों में आक्रोश है. जानकारी के मुताबिक बच्चे ने बचाव के लिए कई बार इमरजेंसी अलार्म भी दबाया, लेकिन मौके पर लिफ्टमैन नहीं पहुंचा. वह काफी देर तक लिफ्ट में लगे इंटरकॉम से संपर्क करने की कोशिश करता रहा, लेकिन किसी से बात नहीं हो पाई. सीसीटीवी रूम में भी कोई गार्ड भी मौजूद नहीं था. हालांकि, बच्चे के परिजनों ने पुलिस में मामले की शिकायत नहीं की है.
क्या बोले फैसिलिटी हेड?
निराला एस्पायर सोसायटी के फैसिलिटी हेड आमिर अजीम ने बताया कि लिफ्ट से बच्चे को 5 मिनट के अंदर निकाल लिया गया था. बच्चा लिफ्ट में साइकिल पर सवार था. बच्चे की साइकिल लिफ्ट के गेट से दो बार टकराई थी. दूसरी बार टकराने पर लिफ्ट का दरवाजा हल्का सा खुल गया और लिफ्ट रुक गई. सीसीटीवी फुटेज भी रेजिडेंट्स को शेयर की गई है. सोसायटी में लिफ्ट की सावधानियों को लेकर घटना के बाद एक मैसेज भी सर्कुलेट किया गया है. आपको बता दें कि नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद की सोसायटियों में गत दिनों लिफ्ट के अंदर लोगों को कुत्तों के काटने की घटनाएं भी लगातार सामने आती रही हैं. इसके बाद सोसायटी प्रबंधन ने रहवासियों के लिए संदेश छोड़ा कि ऐसी किसी परिस्थिति के लिए कुत्ता मालिक ही जिम्मेदार होंगे और उन्हें कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा.