समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को झांसी में यूपी की कानून-व्यवस्था को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा. ललितपुर नाबालिग गैंगरेप पीड़िता से रेप पर उन्होंने कहा कि जब रक्षक ही बक्षक बन जाए तो क्या होगा? उन्होंने कहा कि जब समाजवादी पार्टी और वे खुद ललितपुर पहुंचे तो आरोपी इंस्पेक्टर तिलकधारी सरोज को गिरफ्तार किया गया. उन्होंने कहा कि सरकार ऐसे अफसरों को कब टर्मिनेट करेगी. अखिलेश ने सरकार से पीड़िता परिवार को 50 रुपये की आर्थिक मदद की भी मांग की.
अखिलेश यादव ने झांसी में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि यूपी की कानून व्यवस्था देश में सबसे ज्यादा ख़राब है. सबसे ज्यादा कस्टोडियल डेथ उत्तर प्रदेश में रही है. ललितपुर मामले में भी कार्रवाई तब हुई जब समाजवादी निकले. गोरखपुर में कानपुर के एक कारोबारी को पुलिस ने पीट-पीट कर मार डाला. चंदौली में पुलिस ने घर में घुसकर दो बहनों को पीटा, जिसमें एक बेटी की मौत हो गई. यूपी की पुलिस लगातार ऐसे काम कर रही है. यूपी में पुलिस थाने वसूली और अराजकता का केंद्र बन गए हैं.
बुलडोजर और लाउडस्पीकर को लेकर कही ये बात
समाजवादी पार्टी के मुखिया ने बुलडोजर एक्शन पर भी सरकार को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि एक विशेष जाति और धर्म के लोग अगर कुछ करते हैं बुलडोजर निकल पड़ता है. जब बीजेपी के लोग कब्जा करते हैं तो कुछ नहीं होता. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि गोरखपुर में दुकानें तोड़ी गई और मुख्यमंत्री जी ने 700 मीटर का 200 करोड़ मुआवजा ले लिया. लाउडस्पीकर हटाने पर अखिलेश यादव ने कहा कि पहले तो सिर्फ मस्जिदों से हटवाने की बात थी, अब तो मंदिरों से भी हटवा दिया. बीजेपी का फैब्रिक कबसे सेक्युलर हो गया? उन्होंने कहा कि उन अधिकारियों पर भी कार्रवाई हो जिन्होंने लाउडस्पीकर लगने दिया.