सीहोर. मध्य प्रदेश के सीहोर के रहने वाले अंतरराष्ट्रीय जूडो खिलाड़ी कपिल परमार ने भारत के खेल इतिहास में एक और सुनहरा अध्याय जोड़ दिया है. कपिल ने इब्सा जूडो ग्रैंड प्रिक्स 2022 में देश के लिए ब्रॉन्ज मेडल जीता है. इस उपलब्धि के साथ उन्होंने न सिर्फ अपने शहर और प्रदेश का नाम रोशन किया है, बल्कि देश का भी मान बढ़ाया है. कजाकिस्तान के नूर सुल्तान में आयोजित इस वर्ल्ड चैंपियनशिप में इस उपलब्धि के साथ ही कपिल विश्व में तीसरी रैंक पर आ गए हैं.
जैसे ही यह खबर सीहोर और उनके परिवार तक पहुंची तो परिजन, मित्र और शहरवासियों की खुशी का ठिकाना नही रहा. भारत के उदीयमान जूडो खिलाड़ी कपिल परमार ने इब्सा जूडो ग्रैंड प्रिक्स 2022 में स्पर्धा से पहले उम्मीद जताई थी कि वे मेडल के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे. प्रतियोगिता में मुकाबले के बाद नतीजा भी ऐसा ही आया. इस वर्ल्ड चैंपियनशिप के इतिहास में भारत के लिए पहली बार ब्रॉन्ज मेडल जीतकर कपिल ने एक नया रिकॉर्ड बनाया है. पिछले 12 साल में पहली बार भारत की झोली में आए इस ब्रॉन्ज मेडल के बाद अब भारत का जूडो में नया अध्याय शुरू हो गया है. प्रतियोगिता 25 से 30 मई तक आयोजित की गई है.
कपिल परमार दिव्यांग हैं. उनकी आंखों की रोशनी भी काफी कम है, लेकिन उनके जुनून के आगे आज हिमालय भी बौना नजर आ रहा है. सीहोर के इस गुदड़ी के लाल की इस उपलब्धि पर देश और मध्य प्रदेश को गर्व है. जूडो के ब्रॉन्ज मेडल विनर कपिल सीहोर के गरीब परिवार के होनहार बेटे हैं. इनके पिता टैक्सी चलाते और मां मजदूरी करती है.
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