मथुरा। स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा इन दिनों दिए जा रहे उल्टे सीधे बयान बाजी का विरोध "हिन्दू कोई धर्म नही है, स्वामी प्रसाद मौर्य की इस टिप्पणी पर भड़के श्री कृष्ण जन्मभूमि संघर्ष न्यास के अध्यक्ष दिनेश शर्मा ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य सनातन धर्म को बदनाम कर रहे हैं। बार- बार ब्राह्मणों के बारे में, सनातन धर्म के बारे में, हमारे पवित्र ग्रंथो के बारे में, हिंदुओं के मठ मंदिरों के बारे में अनर्गल टिप्पणी करते रहते हैं, इनका मानसिक संतुलन ठीक नहीं है इनको इलाज करवाना चाहिए।
स्वामी प्रसाद मौर्य पहले सरकार में रहे खूब मलाई खाए उसके बाद हट गए, सरकार से हटते ही इनको दलितों की चिंता होने लगी, जब यह भाजपा सरकार में मलाई खा रहे थे तब इनको दलित की चिंता नहीं हुई, यह हमेशा से सरकार में रहे हैं और खूब मलाई खाई है, जब सरकार से
बेदखल हो गए तब इनको दलितों की चिंता होने लगी है। हिंदूवादी नेता दिनेश शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री का पद और राष्ट्रपति का पद दोनों ही दलितों के पास है, उसके बावजूद भी दलितों के साथ अन्याय कैसे हो जाएगा। जब तक योगी जी जैसे मोदी जी जैसे युग पुरुष बैठे हैं तब तक दलितों के साथ अन्याय नहीं होगा। यह वही स्वामी प्रसाद मौर्य हैं जिन्होंने रामायण के बारे में अपवित्र शब्द कहे थे, हिंदुओं के मठ मंदिरों के बारे में इन्होंने गलत टिप्पणी की थी। स्वामी प्रसाद मौर्या मायावती सरकार में मंत्री रहे, भाजपा सरकार में मंत्री रहे, तब इन्होंने जाति जनगणना की बात नहीं करी, यह लोग देश को जातियों में बांटना चाहते हैं, और जातिवाद की बात करते हैं। सनातनी हिंदू चुनाव आने पर अपनी वोट की ताकत से स्वामी प्रसाद मौर्य को जवाब देगा ।