अस्त होते सूर्य देव की पूजा अर्चना कर जल चढ़ाती महिलाएं

शहर और राज्य, NewsAbhiAbhiUpdated 11-11-2021 IST
अस्त होते सूर्य देव की पूजा अर्चना कर जल चढ़ाती महिलाएं

अस्त होते सूर्य देव की पूजा अर्चना कर जल चढ़ाती महिलाएं

श्रद्धाभाव से मनाया लोक आस्था का महापर्व छठ
निर्जला व्रत रख अस्त होते सूर्य को दिया अघ्र्य
छठ पूजा कर बच्चों के दीर्घायु की कामना की
सहारनपुर। लोक आस्था के महापर्व छठ पर आज श्रद्धालुओं ने पूर्ण आस्था के साथ निर्जला व्रत रखकर अस्त होते सूर्य को अघ्र्य दिया और अपने बच्चों के दीर्घायु की कामना की। इस दौरान घाटों पर मेले जैसा वातावरण बना रहा और बच्चों ने जमकर आतिशबाजी छुड़ायी।
बुधवार को नगर के नकुड़ रोड ग्राम मानकमऊ चैकी के सामने स्थित बड़ी नहर, बाबा लाल दास मार्ग स्थित लाल दास बाड़ा, पेपर मिल रोड स्थित मंदिर में तथा कुछ अन्य स्थानों पर बने घाटों पर श्रद्धालुओं ने अटूट आस्था के साथ अस्त होते सूर्य को अघ्र्य देकर बच्चों के सुखमय जीवन व उनके दीर्घायु की कामना की। सभी घाटों पर मेला जैसा आयोजन देखने को मिला, जहां चारों ओर छठ मैय्या के साथ-साथ लोक गीत गूंज रहे थे, वहीं श्रद्धालु अपनी-अपनी आस्था के साथ-साथ पूजा अर्चना में व्यस्त देखे गये। पर्व को लेकर बच्चों में विशेष उत्साह बना हुआ था और घाटों पर रंग-बिरंगी रोशनी सभी के लिए आकर्षण का केन्द्र बनी हुई थी। श्रद्धालुओं की लगातार घाटों पर बढ़ती संख्या देख सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस प्रशासन द्वारा कडे सुरक्षा बन्दोबस्त किए गए। साथ ही नगर निगम द्वारा श्रद्धालुओं के लिए पथ प्रकाश व्यवस्था के साथ-साथ शिविरों के माध्यम से रहने की विशेष व्यवस्थाएं की गयीं, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
कई छठ व्रतियों ने अपने क्षेत्र के नजदीकी नदियों, तालाबों सहित अपने घरों में भी अघ्र्य दिया। घाटों पर छठ का अद्भुत नजारा देखने को मिला। व्रतियों का आना लगातार जारी रहा। सूर्य के अस्तांचल में जाने के उपरान्त व्रतियों उन्हें अघ्र्य दिया। कुछ लोग पैदल तो कुछ वाहनों से घाटों पर जाते देखे गये। सडक़ों पर काफी भीड़ नज़र आयी। वाहनों के लिये जगह-जगह पार्किग स्थलों की व्यवस्था की गई। पूर्वाचंल के पुलिस प्रशासनिक अधिकारी भी घाटों पर पहुंचे और अपने परिजनो संग अस्त होते सूर्य को अघ्र्य दिया, वहीं सुरक्षा व्यवस्था का जायज़ा भी लिया। व्रतियों ने शुद्धता का ध्यान में रखते हुए धोए गए गेहूं के आटे से घी और चीनी डालकर ठेकुआ बनाया हुआ था, जिसे सूप में तैयार पूजन सामग्री में सजाकर उसे पूरी पवित्रता से रखा गया। कुछ लोग नदियों के घाट पर ही परिवार समेत आकर रूके रहे, जो बृहस्पतिवार को प्रातःकालीन अघ्र्य देकर पूजा संपन्न होने के उपरान्त घर लौट जायेंगे। आज सुबह से ही छठ पूजा के लिए आवश्यक सामग्री, फल-फूल और सूप-दउड़ा खरीदने के लिए लोगों की काफी भीड़ देखी गई। पूर्वांचल कल्याण सभा के तत्वावधान में पांवधोई नदी स्थित आज श्रद्धालुओं ने अस्त होते सूर्य को अघ्र्य दिया सूर्यास्त के समय पूरा वातावरण छठ के गीतों से गुंजायमान हो रहा था। उस समय आलौकिक वातावरण बना था। कल (आज) सूर्याेदय के समय सूर्य उपासना होगी और उसके उपरांत छठ पूजा संपन्न करायी जायेगी।
 

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