चंडीगढ़. पंजाब में नशे के कारोबार की समस्या पुरानी है और आम आदमी पार्टी इसे खत्म कर देने के वादे के साथ पंजाब की सत्ता तक पहुंची है. लिहाजा, अब उसी वादे के मुताबिक मुख्यमंत्री भगवंत मान (Punjab CM Bhagwant Mann) मंगलवार, 5 अप्रैल को राज्य के सभी पुलिस अधीक्षकों (Superintendents of Police) के साथ बैठक करने वाले हैं. इसमें ड्रग माफिया (drug mafia) से निपटने की रणनीति तय की जा सकती है.
जानकारी के मुताबिक, कानून-व्यवस्था के मसले पर विचार-विमर्श के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सभी पुलिस अधीक्षकों की बैठक बुलाई है. इसमें राज्य में बढ़ रहे नशे के कारोबार पर लगाम लगाने की रणनीति पर खास तौर पर विचार-विमर्श किया जाएगा. नशे से ग्रस्त लोगों को मुख्यधारा में लाने के बाबत मुख्यमंत्री ने बताया, ‘हमने सभी जिलों को नशा छुड़ाओ और पुनर्वास केंद्र एक महीने में शुरू और अपग्रेड करने का लक्ष्य दिया है. ताकि नौजवानों का सही ढंग से पुनर्वास किया जा सके, जो भटकर नशे की गिरफ्त में फंस गए हैं. नशाग्रस्त लोगों का पुनर्वास सबसे अहम है. इसके बाद इस तरह के लोग अपनी जिंदगी स्वाभिमान के साथ बिता सकेंगे.’ सूत्र बताते हैं कि इस बैठक के दौरान राज्य में शराब और खनन माफिया से निपटने की नीति पर भी चर्चा हो सकती है. दूसरे राज्यों से गैरकानूनी तौर पर राज्य में लाए जा रहे गेहूं को रोकने पर भी मान ने चिंता जताई है. इस विषय पर भी पुलिस को खास दिशा निर्देश दिए जा सकते हैं.
डिप्टी-कमिश्नरों को गांवों में शिविर लगाने का निर्देश दे चुके हैं
मुख्यमंत्री भगवंत मान इससे पहले राज्य के सभी उपायुक्तों (Deputy Commissioners) को गांवों में जाकर शिविर लगाने के आदेश दे चुके हैं. ताकि लोगों के साथ बैठक कर उनकी समस्याओं को मौके पर ही सुलझाया जा सके. उन्होंने डिप्टी कमिश्नरों (DC) को सांझ केंद्रों की अचानक जांच करने के लिए भी कहा है. इन केंद्रों को प्रमुख तौर पर लोगों की सुविधा के लिए बनाया गया था. बेहतर काम करने वाले डिवीजनल कमिश्नर, डिप्टी कमिश्नर, जिला पुलिस प्रमुखों, एसडीएम और अन्य क्षेत्रीय अधिकारियों को मुख्यमंत्री ने सम्मानित करने का ऐलान भी किया है.