गाजियाबाद. गाजियाबाद रेलवे स्टेशन (Ghaziabad Railway Station) में भविष्य में एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं यात्रियों को मिलेंगी. रेलवे मंत्रालय (Ministry of Railways) नई दिल्ली स्टेशन में आने वाली ट्रेनों और यात्रियों की संख्या कम करने के लिए इस स्टेशन को विकसित कर रहा है. इसका डिजाइन तैयार कर लिया गया है. देश के प्रमुख स्टेशनों के री-डेवलपमेंट प्रोग्राम (re-development program) के तहत गाजियाबाद के रेलवे स्टेशन को चुना गया है.
रेलवे मंत्रालय के अनुसार गाजियाबाद स्टेशन की पुरानी बिल्डिंग में बदलाव कर तीन मंजिला आलीशान इमारत बनाई जाएगी. इसमें यात्रियों के लिए वेटिंग हॉल से लेकर टिकट काउंटर और अधिकारियों के कार्यालय अलग-अलग मंजिल पर होंगे. केंद्रीय मंत्री व स्थानीय सांसद वीके सिंह के अनुसार स्टेशन की डिजाइन तैयार करके टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. गाजियाबाद के स्टेशन को एयरपोर्ट की तरह से विकसित किए जाने की प्लानिंग की गई है. यहां यात्रियों को स्तरीय सुविधाएं दी जाएंगी. स्टेशन के कायाकल्प पर करीब 350 करोड़ से ज्यादा का बजट खर्च किया जाएगा.
यूपी का प्रवेश द्वार कहे जाने वाले गाजियाबाद का रेलवे स्टेशन न सिर्फ यूपी के अन्य जिलों को बल्कि पूर्वोत्तर राज्यों को दिल्ली से जोड़ता है. इस स्टेशन से रोजाना करीब 225 ट्रेनें गुजरती हैं और करीब डेढ़ से पौने दो लाख लोग रोजाना सफर करते हैं. रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारियों ने इसका डिजाइन तैयार कर लिया है.
ये होगा बदलाव
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक नई बिल्डिंग का पहला तल रेल लाइन से 4 मीटर की ऊंचाई पर बनाया जाएगा. इस तल पर बजरिया साइड और विजयनगर साइड में प्रवेश द्वार होगा. इसी तल से रेल यात्री स्टेशन पर प्रवेश करेंगे और यही पर टिकट काउंटर होंगे. रेल लाइन से 10 मीटर की ऊंचाई पर बनाए जाने वाले द्वितीय तल पर वेटिंग हॉल (लाउंज) बनाया जाएगा. प्लेटफार्म नंबर एक से चार के ऊपर करीब 72 मीटर चौड़ाई में यह वेटिंग हॉल बनाया जाएगा.