औद्योगिक नगरी में सोमवार सुबह शहर में हुई झमाझम बारिश से लोगों को भीषण गर्मी से थोड़ी राहत मिली, लेकिन आंधी संग ओलावृष्टि से ग्रामीण क्षेत्र में फसलों को नुकसान पहुंचा है। बारिश से जाम, जलभराव और बिजली की समस्या रही। सुबह व्यस्त समय में डीएनडी, कालिंदी कुंज और चिल्ला बार्डर पर जाम लगा।
नोएडा से दिल्ली जाने वाले वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा।सोमवार सुबह साढ़े चार बजे से शहर में तेज आंधी चलना शुरू हो गई थी। जिसने एक घंटे तक परेशानी हुई। साढ़े पांच बजे से बारिश का सिलसिला शुरू हुआ जो नौ बजे तक जारी रहा। बारिश के बाद तेज हवाएं चली और आसमान में बादल बादल छाए। इससे दोपहर एक बजे तक मौसम सुहावना रहा। घरों से बाहर निकले लोगों ने राहत महसूस की।
वहीं घरों में मौजूद लोग ने चाय और पकौड़ी के साथ मौसम का आनंद लिया। शाम के समय भी बाजार, माल और पार्कों में चहल-पहल देखी गई। बारिश से वातावरण ठंडा हुआ से उमस और चिलचिलाती गर्मी से राहत मिली है। हालांकि बारिश से शहर और गांवों के कई कच्ची गलियों और सड़क पर पानी जमा हो गया। जिसके आवागमन में परेशानी हुई।
दिन का पारा 11 डिग्री सेल्सियस लुढ़का
सोमवार तड़के बारिश के बाद अधिकतम तापमान 11 में डिग्री सेल्सियस की कमी आई है। अधिकतम तापमान (दिन का पारा) सामान्य तापमान से 11 डिग्री सेल्सियस कम के साथ 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। न्यूनतम तापमान (रात का पारा) सामान्य तापमान से पांच डिग्री कम के साथ 21 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आर्द्रता का स्तर 61 से 95 प्रतिशत के बीच रहा।
वहीं, रविवार को अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) के मुताबिक मंगलवार को भी आसमान में बादल छाए रहेंगे। गरज चमक के साथ बारिश की संभावना है। लेकिन बुधवार से मौसम साफ हो जाएगा। 26 मई तक अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के नीचे रहेगा।
12 मिलीमीटर से अधिक हुई बारिश
आइएमडी के मुताबिक सोमवार को बीते 24 घंटे में 12 मिलीमीटर से अधिक की बारिश दर्ज की गई है। इस माह अबतक 15 मिलीमीटर से अधिक की बारिश हो चुकी है। रविवार को सूखा रहने से पहले शुक्रवार और शनिवार को भी बारिश हुई थी। इससे पहले अधिकतम पारा 40 डिग्री पार रहने से लोगों का घरों से निकलना दूभर हो रहा था।
आइएमडी के मुताबिक मई का औसत तापमान 39.5 डिग्री सेल्सियस है। मई में औसतन 31.5 मिलीमीटर तक की बारिश होती है। वहीं ढाई दिन बारिश के होते हैं। स्काइमेट वेदर के मौसम विज्ञानी का कहना है कि एक और पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी अफगानिस्तान और आसपास के क्षेत्रों पर बना हुआ है।
उत्तर पश्चिमी राजस्थान पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इसके प्रभाव से ही दिल्ली-एनसीआर में धूल भरी आंधी, गरज के साथ तेज बारिश और अलग-अलग जगह पर ओलावृष्टि और तेज हवाएं चलीं। मंगलवार को भी धूल भरी आंधी और गरज के साथ हल्की बारिश की संभावना है।