अखिल भारतीय शतरंज महासंघ (एआईसीएफ) ने सोमवार को कहा कि वह फिडे (शतरंज की वैश्विक इकाई) के उपाध्यक्ष पद के लिए दिग्गज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद का समर्थन कर रहा है. इससे पहले शुक्रवार को एक ईमेल में एआईसीएफ के पूर्व सचिव भरत सिंह चौहान को इस पद के लिए सही उम्मीदवार बताया था लेकिन हाल ही में एआईसीएफ के अंतरिम सचिव नियुक्त हुए विपनेश भारद्वाज ने कहा कि उन्होंने हमेशा आनंद की उम्मीदवारी का समर्थन किया है.
विश्वनाथन आनंद फिडे के मौजूदा अध्यक्ष अर्कडी ड्वोरकोविच की टीम के हिस्से के रूप में इस पद के लिए चुनाव लड़ेंगे. यह ई-मेल किसने जारी किया इस बारे में अभी पता नहीं चला है लेकिन एआईसीएफ के पदाधिकारियों ने अफवाहों की आलोचना की. वे इस मामले में पुलिस से शिकायत करने की योजना बना रहे हैं.
दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश पर अंतरिम सचिव के रूप में कार्यभार संभालने के बाद एक बयान में भारद्वाज के हवाले से कहा गया है, ‘इस तरह की चीजों का एक इतिहास रहा है. यह विरोधी सदस्यों के द्वारा सिर्फ शतरंज ही नहीं बल्कि एआईसीएफ और भारत की प्रतिष्ठा को धूमिल करने का प्रयास है.’ चौहान ने भी अपने ऊपर लगे आरोपों का बचाव करते हुए कहा कि उनके समय में एआईसीएफ पहला महासंघ था जिसने उपाध्यक्ष पद के लिए आनंद का समर्थन किया था.
आगामी शतरंज ओलंपियाड के टूर्नामेंट निदेशक चौहान ने कहा, ‘आनंद महान खिलाड़ी हैं और फिडे के लिए काम करने का उनका निर्णय शतरंज की दुनिया और विशेष रूप से भारत के लिए स्वागत योग्य है. हम उनके खिलाफ क्यों खड़े होंगे, मेरा उद्देश्य हमेशा अपने देश में शतरंज के खेल के फायदे के लिए काम करना रहा है.’ दिल्ली हाई कोर्ट ने पिछले गुरुवार को राष्ट्रीय खेल विकास संहिता के उल्लंघन के मामले आर एन डोंगरे द्वारा दायर याचिका पर चौहान को एआईसीएफ सचिव के पद से हटा दिया था.