वाराणसी. सेना भर्ती के लिए केंद्र सरकार की नई योजना अग्निपथ के विरोध में सोमवार को सोशल मीडिया पर भारत बंद की अफवाह को देखते हुए वाराणसी पुलिस लेर्ट मोड में है. पूरे शहर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. रेलवे स्टेशन से लेकर हाईवे तक पुलिस के साथ-साथ पीएसी और आरएएफ की टुकड़ी भी लगाई गई है. या फिर यूं कहें कि वाराणसी का चप्पा-चप्पा पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है.
गौरतलब है कि अग्नीपथ योजना का पूरे उत्तर भारत में जबरदस्त विरोध हो रहा है. बीते 17 जून को बनारस में भी उपद्रवियों ने घंटो तक उत्पात मचाया था. कैंट रेलवे स्टेशन, कैंट रोडवेज, के साथ ही आसपास के इलाकों में जमकर तोड़फोड़ की गई थी. जिसके बाद सोशल मीडिया पर आज यानी 20 जून को भारत बंद की ख़बरें वायरल होने लगी. जिसके बाद वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस पूरी तरह से अलर्ट मोड में आ गई. किसी भी तरह की अप्रिय घटना न हो इसके लिए शहर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है.
संपत्तियों के नुकसान की भरपाई उपद्रवियों
हाईवे पर आने जाने वाले बसों पर भी सचल दस्ता की निगाहें जमी हुई हैं. एहतियात के तौर पर वाराणसी के 8 सैनिक कोचिंग संस्थानों को भी नोटिस दिया गया है. इसके साथ ही वाराणसी ग्रामीण के चोलापुर, चौबेपुर ,बड़ागांव जैसे ग्रामीण थानों में दर्जनों संदिग्ध लोगों को पहचान कर उनको रविवार रात से ही थानों पर बैठाया गया है. बीते 17 जून को वाराणसी में भारी उपद्रव किया गया था, जिसके बाद वाराणसी में कुल 9 FIR दर्ज की गई थी और 27 को को जेल भेज दिया गया था. 57 अन्य को चिन्हित करके उनकी गिरफ्तारी की कोशिश की जा रही है. वाराणसी जिला प्रशासन ने बताया कि करीब 12 लाख से ज्यादा रुपए की सार्वजनिक संपत्ति का नुकसान पहुंचाया गया था. इन सभी संपत्तियों की भरपाई गिरफ्तार किए हुए लोगों से की जाएगी.