कुलगाम. जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में एनकाउंटर के दौरान दो आतंकियों ने अपने माता-पिता के कहने पर सरेंडर कर दिया. बुधवार को हादीगाम इलाके में मुठभेड़ शुरु हुई थी. सुरक्षाबलों को दो आतंकियों के छिपे होने की खबर मिली. इसके बाद ऑपरेशन शुरू किया गया. लेकिन सुरक्षा एजेंसियों के बार-बार कहने के बाद भी आतंकी सरेंडर नहीं कर रहे थे. इसके बाद पता चला कि दोनों इसी इलाके के रहने वाले हैं. फिर मौके पर इन दोनों के माता पिता को बुलाया गया. इन दोनों से सरेंडर करवाने की अपील की गई. थोड़ी देर बाद दोनों आतंकियों ने आत्मसमर्पण कर दिया.
कश्मीर जोन पुलिस ने ट्विटर पर एनकाउंटर की जानकारी देते हुए बताया कि मुठभेड़ के दौरान दो आतंकवादियों ने आत्मसमर्पण कर दिया. इन दोनों के पास से आपत्तिजनक सामग्री, हथियार और गोला-बारूद बरामद किए गए हैं.
हिरासत में आतंकी
सुरक्षा बलों ने उस इलाके को घेर लिया था जहां आतंकवादी छिपे हुए थे. इसके बाद जवाबी कार्रवाई करते हुए गोलीबारी शुरू कर दी थी. फिर माता-पिता के मौके पर पहुंचने के बाद पुलिस ने उन्हें लाउडस्पीकर पर हथियार डालने के लिए कहा. थोड़ी देर बाद दोनों मान गए और बाहर आ गए. पुलिस ने उन्हें अपनी हिरासत में ले लिया.
बड़ी कामयाबी
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि ये उनके लिए एक बड़ी कामयाबी है. दरअसल इससे आने वाले दिनों में जिन युवाओं ने हथियार उठाए हैं वे मुख्यधारा में वापस आ सकते हैं. इस बीच, सुरक्षा बलों को बुधवार सुबह श्रीनगर बारामूला राष्ट्रीय राजमार्ग पर पट्टन के कुट्टा मोड़ इलाके के पास एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) मिला. विस्फोटक को डिफ्यूज करने के लिए बारामूला पुलिस, सेना की 29RR और पुलिस का बम निरोधक दस्ता मौके पर पहुंच गया.
पिछले हफ्ते भी हुआ था एनकाउंटर
इससे पहले पिछले हफ्ते जम्मू कश्मीर के कुलगाम जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादी मारे गए थे.जिस जगह मुठभेड़ हुई थी वो अमरनाथ यात्रा मार्ग के ‘बेहद करीब’ है. पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने बताया था कि मारे गये दोनों आतंकवादियों की पहचान प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के स्थानीय आतंकवादियों के तौर पर हुई थी.