यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 का आगाज हुआ

RP, नई दिल्ली , NewsAbhiAbhiUpdated 22-11-2022 IST
यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 का आगाज हुआ

 नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश में औद्योगिक विकास को लेकर योगी आदित्यनाथ की सरकार तत्पर दिख रही है. इसी क्रम में योगी सरकार ग्लोबल यूपी इन्वेस्टर्स समिट-2023 (Global Investors Summit 2023 ) के माध्यम से प्रदेश की अर्थव्यवस्था को 10 खरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रही है. ग्लोबल यूपी इन्वेस्टर्स समिट-2023 को लेकर मंगलवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने समिट का लोगो लॉंच किया और निवेशकों से इसमें भागीदार बनने का आह्वान किया. यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के कर्टेन रेजर कार्यक्रम में 43 देशों के राजदूत एवं 13 देशों के औद्योगिक विकास मंत्री भी शामिल हुए.

दिल्ली के चाणक्यपुरी स्थित सुषमा स्वराज भवन में आयोजित कार्यक्रम में योगी आदित्यनाथ ने कहा, “उत्तर प्रदेश एक प्रगतिशील और परिवर्तनकारी यात्रा के शिखर पर है. प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के कायाकल्प का प्रमुख केंद्र भी उत्तर प्रदेश है. विगत साढ़े पांच साल में प्रदेश सरकार ने विकास के लिए कई कदम उठाए हैं. प्रदेश में कारोबारी माहौल बनाने में भी सफलता प्राप्त की है.”

योगी ने कहा, “भारत की अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए यूपी का योगदान 1 ट्रिलियन डॉलर का देने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है. इसके लिए अगले साल फरवरी में 10 से 12 फरवरी तक उत्तर प्रदेश में इन्वेस्टर समिट का आयोजन किया जा रहा है. अब तक हम 40 देशों से संपर्क कर चुके हैं जिसमें 25 देशों की तरफ से सहभागिता का आश्वासन दिया है. इसके लिए कई देशों के रोड शो और अन्य कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा.”

योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा, “सभी देशों के राजदूतों से आग्रह है कि वो आएं और यूपी में निवेश करें. इस कार्यक्रम का ध्येय राज्य सरकार के द्वारा निवेश को लेकर बनाए हुए माहौल का प्रदर्शन करना भी है. प्रदेश देश का सबसे बड़ा उपभोक्ता बाजार भी है. यूपी जीडीपी में 8 प्रतिशत का योगदान भी करता है. हमारी सरकार ने राज्य में कानून व्यवस्था का माहौल बनाया है जिससे निवेशक बिना किसी भय के निवेश कर सकें.”

यूपी सीएम ने आगे कहा, “राज्य सरकार ease of doing business के साथ साथ ease of starting business पर भी ध्यान दे रही है .प्रदेश सरकार द्वारा सिंगल विंडो निवेश के लिए निवेश मित्र द्वारा सुविधाएं दी जा रही हैं. 16 हजार किमी की लंबाई के साथ यूपी में सबसे बड़ी रेल लाइन है. फ्रेट कॉरिडोर भी प्रदेश में है. यूपी ने खुद को एक्सप्रेसवे प्रदेश के रूप में स्थापित करने का काम भी किया है. 6 एक्सप्रेसवे पूरे हो चुके हैं. यूपी 5 अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के साथ सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों का प्रदेश बनने जा रहा है. वाराणसी में 100 एकड़ में भारत का पहला फ्रेट विलेज बनने जा रहा है. यूपी के 5 शहरों में मेट्रो है. यूपी भारत में फूड बास्केट के रूप में जाना जाता है. यूपी देश में सबसे ज्यादा खाद्यान्न, दूध का सबसे बड़ा उत्पादक है. ODOP के तहत स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा दिया जा रहा है. यूपी भारत का तीसरा फैब्रिक्स उत्पादक भी है. यूपी भारत का सबसे बड़ा धार्मिक पर्यटक स्थल भी है. यूपी भारत में सबसे बड़ी युवा जनसंख्या का केंद्र भी है.”

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