लखनऊ. संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (SGPGI Lucknow) के एपेक्स ट्रॉमा सेंटर ने मरीजों के लिए एक बहुत अच्छा कदम उठाया है. इस ट्रॉमा सेंटर ने दुर्घटना में घायल लोगों की जान बचाने के लिए उनका 24 घंटे तक इलाज पूरी तरह से निःशुल्क कर दिया है. इसका मतलब यह है कि अगर इस ट्रॉमा सेंटर में कोई भी ऐसा मरीज जो दुर्घटना में घायल हुआ है, उसे अगर यहां लाया जाता है तो उसे यहां लाने से लेकर पूरा इलाज फ्री किया जाएगा. इस निःशुल्क सुविधा के दौरान मरीज का ऑपरेशन, उसकी दवाई, उसके बेड का शुल्क और अन्य सुविधाएं पूरी तरह से मुफ्त होंगी.
ट्रॉमा सेंटर के प्रमुख प्रोफेसर राजकुमार ने बताया कि दुर्घटना में घायल मरीजों की जान तत्काल प्रभाव से बचाई जा सके, इसी दिशा में सरकार की ओर से उन्हें यह आदेश मिला था कि दुर्घटना में घायल अगर कोई भी मरीज यहां पर लाया जाता है, चाहे उसे पुलिस लेकर आए या तीमारदार तो उसे 24 घंटे तक निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाएं. इससे यह होगा कि जो मरीज के तीमारदार हैं, उन्हें भी इस हादसे से उबरने का वक्त मिल जाएगा और मरीज की जान समय पर बच पाएगी क्योंकि दुर्घटना के वक्त किसी के पास रुपये हों, जरूरी नहीं कि ऐसा संभव हो. मरीज की जान बचाना ही एक चिकित्सक और अस्पताल की प्रमुख जिम्मेदारी होती है.
ट्रॉमा सेंटर के डीएमएस प्रोफेसर राजेश हर्षवर्धन ने बताया कि यह बेहद अच्छी पहल है. इससे मरीजों की जान बच सकेगी. उन्हें सही समय पर इलाज मिल सकेगा और पैसों को लेकर उसके परिवार वालों को परेशान नहीं होना पड़ेगा. 24 घंटे के लिए उस मरीज की सभी सुविधाएं निःशुल्क होंगी.
लखनऊ का दूसरा सबसे बड़ा ट्रॉमासेंटर
राजधानी लखनऊ में किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज के ट्रॉमासेंटर के बाद एसजीपीजीआई का यह ट्रॉमासेंटर दूसरा सबसे बड़ा सरकारी ट्रॉमासेंटर है. जहां पर मरीजों को सभी स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाती हैं. ट्रॉमासेंटर में भर्ती मरीज के तीमारदार मुरलीधर मिश्रा और आनंद कुमार ने हमसे खास बातचीत में बताया कि 24 घंटे तक मरीजों को मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने का जो निर्णय है, यह बहुत अच्छा है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस ट्रॉमा सेंटर में स्वास्थ्य सेवाएं अन्य सरकारी अस्पतालों के मुकाबले काफी बेहतर हैं.