चीन में कोरोना वायरस से मचे हाहाकार की आहट अब भारत समेत दुनियाभर के कई देशों में सुनाई देने लगी

RP, देश-विदेश, NewsAbhiAbhiUpdated 21-12-2022 IST
चीन में कोरोना वायरस से मचे हाहाकार की आहट अब भारत समेत दुनियाभर के कई देशों में सुनाई देने लगी

 चीन में कोरोना वायरस से मचे हाहाकार की आहट अब भारत (Coronavirus in India) समेत दुनियाभर के कई देशों में सुनाई देने लगी है. चीन में जिस तरह कोरोना का महाविस्फोट हुआ है, उस खतरे को देखते हुए भारत सरकार भी सतर्क हो गई है और स्थिति की समीक्षा करने में जुट गई है. यही वजह है कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से वायरस के नए स्वरूप पर नजर रखने के लिए संक्रमित पाए गए नमूनों के जीनोम अनुक्रमण को बढ़ाने का आग्रह किया है. इस बीच देश के रेलवे स्टेशनों और एयरपोर्ट पर भी रैंडम कोविड टेस्टिंग की सुगबुगाहट तेज हो गई है. मगर फिलहाल महाराष्ट्र में ऐसी कोई योजना नहीं है.

 

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, महाराष्ट्र के स्वास्थ्य सचिव संजय खंडारे ने कहा कि रेलवे स्टेशनों, हवाई अड्डों आदि पर रैंडम कोविड टेस्टिंग शुरू करने के मुद्दे पर अभी तक हमारी कोई योजना नहीं है. हम इस मुद्दे पर केंद्र सरकार के और निर्देशों का इंतजार कर रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि जीनोम सीक्वेंसिंग रिजल्ट और केंद्र सरकार के निर्देशों के आधार पर हम महाराष्ट्र के कोविड नॉर्म्स तय करेंगे. अभी बड़े पैमाने पर परीक्षण की कोई योजना नहीं है. हमारा स्वास्थ्य ढांचा तैयार है और जरूरत पड़ने पर हम कोविड से संबंधित सभी चिकित्सा व्यवस्थाओं को सक्रिय करेंगे.

दरअसल, जापान, दक्षिण कोरिया, ब्राजील, चीन और अमेरिका में कोविड-19 के मामलों में हालिया दिनों में बढ़ोतरी के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया आज यानी बुधवार को महामारी की स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं. कोरोना के अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य पर विचार करते हुए आज सुबह 11 बजे से कोविड-19 स्थिति की समीक्षा हो रही है. माना जा रहा है कि इस बैठक के बाद कुछ अहम दिशा-निर्देश जारी हो सकते हैं.

इससे पहले मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से वायरस के नए स्वरूप पर नजर रखने के लिए संक्रमित पाए गए नमूनों के जीनोम अनुक्रमण को बढ़ाने का आग्रह किया था. राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को लिखे पत्र में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि इस तरह की कवायद देश में वायरस के नए स्वरूप का समय पर पता लगाने में सक्षम होगी और आवश्यक सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को सुनिश्चित करेगी. उन्होंने उल्लेख किया कि जांच-निगरानी-उपचार-टीकाकरण और कोविड-उपयुक्त व्यवहार के पालन की रणनीति पर ध्यान केंद्रित करने के साथ भारत कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को सीमित करने में सक्षम रहा है और साप्ताहिक आधार पर लगभग 1,200 मामले सामने आ रहे हैं.

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