इलाहाबाद विश्वविद्यालय में धरने पर बैठे छात्र

RP, शहर और राज्य, NewsAbhiAbhiUpdated 19-03-2023 IST
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में धरने पर बैठे छात्र

 प्रयागराज. इलाहाबाद विश्वविद्यालय में एक बार फिर छात्र और विश्वविद्यालय प्रशासन आमने-सामने हैं. इस बार नए उपजे विवाद में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के साइंस फैकल्टी के मुख्य द्वार पर विश्वविद्यालय प्रशासन दीवार खड़ी कर रही थी. जानकारी मिलते ही सुबह सुबह छात्र नेता सहित कई छात्र मौके पर पहुंच गए और अनशन पर बैठ कर निर्माण कार्य को रुकवा दिया. मामले की जानकारी कर्नलगंज थाने पहुंची तो थाना प्रभारी ने सिपाहियों के साथ पहुंचकर छात्रों को समझा-बुझाकर मामला शांत करवाया. खास बात यह रही कि दीवार का निर्माण नहीं हो सका. फिलहाल अभी माहौल शांतिपूर्ण है.

 

छात्र नेता हरेंद्र यादव ने बताया कि सुबह में जानकारी मिली कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय के साइंस फैकल्टी के मुख्य गेट पर दीवार बनाई जा रही है. तत्काल प्रभाव से हम लोग वहां पहुंच कर दीवार निर्माण को रुकवा दिया. खास बात यह रही कि यह चार से पांच फुट तक इसका निर्माण कर दिया गया था. बावजूद हम लोगों ने उसे गिरा दिया. साइंस फैकल्टी के मुख्य गेट पर पिछले दिन ताला लग गया था . यही यूनिवर्सिटी का मुख्य गेट है और इस गेट के से प्रतिदिन हजारों छात्र-छात्राएं आवागमन करते हैं. इसी के अंदर महिला छात्रावास भी है, बावजूद विश्वविद्यालय प्रशासन ने तानाशाही रवैया अपनाते हुए ताला लगा दिया.

पहले ताला फिर बनाई दीवार
छात्र नेता ने आगे बताया कि आज से तीन दिन पहले इसी गेट पर ताला बंद किया जाता है, और फिर मुख्य गेट पर दीवार खड़ी करने की योजना बनाई जाती है. अब जब हम लोगों ने सुबह देखा तो पांच फीट की पक्की दीवार खड़ी भी कर दी गई. यह सिर्फ दीवार बनाना और रुकवाने की बात नहीं है बल्कि गेट पर लगे ताला खुलवाने की भी बात है. इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन इस तालें को भी खोलें, क्योंकि यदि आप छात्रों को देखें तो उनको किसी भी डाक्यूमेंट्स की फोटोकॉपी करानी होती है तो इसी गेट के माध्यम से उन्हें जाना आना पड़ता है. यदि दिन को भूख लगती है तो इसी के माध्यम से वह बाहर निकल कर नाश्ता करते हैं. विश्वविद्यालय को विद्यार्थियों की समस्याओं को समझना चाहिए.

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