प्रदेश के कई जिलों में देर रात आंधी तूफान और तेज बिजली की गड़गड़ाहट के साथ शुरू हुई बारिश का सिलसिला सुबह तक जारी रहा। कानपुर, लखनऊ समेत आसपास के जिलों में झमाझम बारिश हो रही है। कुछ इलाकों में हल्की तो कुछ में तेज बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने लखनऊ में यलो अलर्ट भी जारी किया है। ऐसे में ओलावृष्टि की भी संभावना है। बारिश के बाद तापमान में आई गिरावाट से मौसम में ठंडक आई है। हालांकि कानपुर सहित कई जगहों पर बारिश थमने के बाद हल्की धूप भी निकली है।
मौसम विभाग ने शुक्रवार को बारिश और ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की थी। इसकी वजह भूमध्य सागर से बार-बार उठ रही चक्रवाती हवा है जो पिछले दो सप्ताह के दौरान चार बार मौसम बदल चुकी है। मार्च महीने का पहला पखवारा गर्मी के नाम रहा लेकिन दूसरे पखवारे में समुद्र से उठी हवाओं ने पूरा मौसम ही बदल दिया। बेमौसम बरसात ने किसानों को मुश्किल में डाल दिया। कानपुर और आस-पास का इलाका कम प्रभावित हुआ लेकिन अन्य जिलों में मौसम कहर बनकर बरपा है।
अब शुक्रवार से एक और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है जो कानपुर में बारिश के बाद अब ओलावृष्टि भी करा सकता है। चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी डा एस एन सुनील पांडेय ने बताया जिस तरह चार पश्चिमी विक्षोभ की वजह से बेमौसम बरसात हुई है उसी तरह का माहौल दोबारा बन रहा है। शुक्रवार और शनिवार को बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हो सकती है।
आगरा में मौसम हर पल रंग बदल रहा है। कभी बादल तो कभी धूप तो कभी हल्की बूंदाबांदी। गुरुवार देर शाम को शहर से लेकर देहात तक में वर्षा हुई। एक बार फिर से बेमौसम वर्षा ने किसानों की नींद उड़ गई है। मौसम विभाग ने शुक्रवार और शनिवार को ओलावृष्टि के साथ वर्षा के आसार जताया है। वर्षा से गेहूं और सरसों की फसल के नुकसान से इन्कार नहीं किया जा सकता है।इस माह नियमित अंतराल में बेमौसम वर्षा होती रही है। अब तक 45 मिलीमीटर वर्षा हो चुकी है जबकि गेहूं, सरसों और आलू की फसलों के लिए वर्षा की कोई जरूरत नहीं है।