राजस्थान में भीषण गर्मी के बीच एक बार फिर से मौसम ने करवट ली है. शनिवार को राजस्थान के विभिन्न हिस्सों में आए आंधी तूफान ने जमकर कहर बरपाया. बीकानेर में आंधी तूफान के कारण बिजली के कई पोल गिर गए. इससे दर्जनों गांव अंधेरे में डूब रहे. वहीं नागौर में महंगाई राहत कैम्प और सीएम अशोक गहलोत की सभा के लिए लगाए गए टैंट हवा में उड़ गए. अलवर में एक ट्रांसफार्मर में आग लग गई. राजधानी जयपुर में भी धूलभरी आंधी ने लोगों को खासा परेशान किया.
बीकानेर में शनिवार को मौसम ने जबर्दस्त तरीके से पलटा खाया. बीकानेर के ग्रामीण इलाकों में जोरदार रेतीला तूफान आया. इससे खासा नुकसान हुआ. रेतीले तूफान के कारण बीकानेर के नोखा के रानोराव, कंवलीसर, कक्कू फीडर, पांचू, साईसर और भामटसर सहित कई फीडरों बेजा नुकसान हुआ.
आंधी-तूफान के कारण कई जगह बिजली के पोल टूट गए. इससे दर्जनों गांवों में विद्युत सप्लाई बंद हो गई. विद्युत निगम के अनुसार करीब 50 से ज्यादा पोल गिरकर टूट गए. इसके चलते शनिवार रात को कई गांव अंधेरे में डूबे रहे. कई जगह बिजली के ट्रांसफार्मर भी जमीन पर गिर गए.
विद्युत निगम की टीम देर रात तक बिजली आपूर्ति बहाल करने में जुटी रही. विद्युत निगम तूफान से हुए नुकसान का आकलन करने में जुटा है. यह दीगर बात है कि आंधी तूफान के कारण लोगों को गर्मी से आंशिक राहत मिल गई.
नागौर में भी आंधी तूफान ने जमकर कहर बरपाया. यहां शनिवार को सीएम अशोक गहलोत का नावां आए थे. लेकिन सीएम के नावां पहुचंने से पहले आई जबर्दस्त आंधी ने वहां की व्यवस्थाओं को तहस-नहस कर दिया. सीएम की सभा के लिए लगाए गया टैंट आंधी तूफान में उड़ गया तो कहीं फट गया.