नोएडा. बीते हफ्ते सुपरटेक के डायरेक्टर आरके अरोड़ा को जिला प्रशासन ने हिरासत में ले लिया था. आरके अरोड़ा के ऊपर उत्तर प्रदेश रेरा ने रिकवरी सर्टिफिकेट जारी की थी. जिसके बाद भी बकाया नहीं चुकाने पर जिला प्रशासन ने कार्रवाई की थी. हालांकि बाद में पैसा दो हफ्ते में लौटाने का लिखित देने पर उसे छोड़ा गया था.
अब आरके अरोड़ा पर फ्लैट बायर्स का गुस्सा फूट पड़ा है. शुक्रवार को सुपरटेक के सैकड़ों फ्लैट बायर्स उनके हेड ऑफिस पहुंच गए. हालांकि फ्लैट बायर्स का कहना है कि आरके अरोड़ा समेत सभी डाइरेक्टर भाग खड़े हुए कोई नहीं मिला. पूरी वीडियो फ्लैट बायर्स ने बनाई और सोशल मीडिया पर डाल दी थी जिसके बाद वह वायरल है.
चुल्लू भर पानी में डूब जाओ- पीड़िता
पारोमिता ने सुपरटेक इकोविलेज 2 में फ्लैट लिया था, उनके पति का सपना था कि वह अपने परिवार के साथ अपने घर में रहंगे. लेकिन यह सपना उनका पूरा नहीं हुआ और उनका देहांत कोरोना काल में हो गया. पारोमिता बताती है कि हम 100 से भी ज्यादा फ्लैट बायर्स शुक्रवार को पूरे दिन सुपरटेक के ऑफिस में रहे लेकिन हमसे मिलने कोई नहीं आया. आरके अरोड़ा भाग खड़े हुए. मैंने पूरा पैसा घर के लिए दे दिया था. लेकिन 2014 से चल रहे इस प्रोजेक्ट में आजतक एक ईंट भी नहीं डाला गया है. इसलिये हम सवाल पूछने गए थे कि हमारा घर कब मिलेगा? हमने उन्हें पानी दिया ताकि वो उसमें शर्म से डूब जाए.
कमाई बंद हो गई घर कैसे चलेगा
रंजीत गुप्ता बताते हैं कि मैंने दिल्ली को छोड़कर नोएडा में फ्लैट लिया था, लोन लेकर बिल्डर को सारा पैसा दे दिया 40 लाख का फ्लैट हमने लिया, लेकिन घर अबतक 5-6 साल बीत जाने के बाद भी नहीं मिला. अब तो बेरोजगार हो गया हूं, घर भी चलाना मुश्किल हो गया है. वहीं सुपरटेक आरपी (Corporate Insolvency resolution) हितेश गोयल बताते हैं कि अभी कुछ फंड सुपरटेक के अन्य प्रोजेक्ट के लिए इकठ्ठा किया जाएगा उसी में से कुछ पैसे सुपरटेक इकोविलेज 2 में लगाए जाने के बात बायर्स ने कही है. फ्लैट बायर्स अपने में मीटिंग करके तय करेंगे क्या आगे होगा.