आज गंगा दशहरा पर्व है और मान्यता के अनुसार आज के दिन यदि गंगा नदी में स्नान करते हैं तो जीवन की सभी परेशानियों से निजात मिलती है. पौराणिक और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जेष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मां गंगा का धरती पर अवतरण हुआ था, इसलिए इसे गंगा दशहरा कहते हैं.
हरदा में आज गंगा दशहरा (गंगा दशमी) मनाया जा रहा है. हिंदू पंचांग के मुताबिक साल के जेष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को गंगा दशहरा पर्व मनाया जाता है. इस दिन मां गंगा का धरती पर अवतरण हुआ था इसीलिए इसे गंगा दशहरा कहते हैं. साथ ही स्कंद पुराण में इस बात का उल्लेख है कि साल में एक बार इस दिन मां गंगा और नर्मदा का मिलन होता है. नर्मदा से मिलने गंगा स्वयं आती हैं, इसीलिए आज ही के दिन नर्मदा में स्नान करने से भी गंगा स्नान का पुण्य मिलता है.
गंगा स्नान का पुण्य
हरदा में हंडिया में नर्मदा के घाट पर गंगा दशमी मनाई गई. इस दौरान श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाकर दान पुण्य किया. धार्मिक मान्यता है कि इस दिन पवित्र गंगा और नर्मदा में स्नान करने से सभी पापों का नाश होता है साथ ही इस दिन दान पुण्य करने का बड़ा महत्व है. आचार्य पंडित मुरलीधर व्यास बताते हैं कि मां गंगा का जन्म जेष्ठ माह की सप्तमी को हुआ, लेकिन भगवान शंकर की जटाओं से गंगा जी का अवतरण आज के दिन धरती पर हुआ. इसलिए इस दिन का धार्मिक महत्व ज्यादा है.
आज का गंगा दशहरा इसलिए है खास
पंडित मुरलीधर व्यास कहते हैं कि स्कंद और नर्मदा पुराण में इस बात का उल्लेख है कि मां गंगा ने नर्मदा को वचन दिया था. दोनों के दिशाएं अलग-अलग हों, पर साल में गंगा “के दिन गंगा जी मां नर्मदा से मिलने आएंगी. वहीं साल 2023 का गंगा दशहरा मंगलवार हस्त नक्षत्र और सिद्धि योग में आया है. इस वजह से इसका महत्व बढ़ जाता है. पंडित मुरलीधर व्यास ने कहा कि आज के दिन कोई भी वस्तु 10 की संख्या में दान करना चाहिए.