इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड यानी आईएमएफ ने मंगलवार को कहा कि भारत का इकोनॉमिक ग्रोथ रेट मजबूत बने रहने की उम्मीद है और यह 2024 तथा 2025 में 6.5 फीसदी रहने की संभावना है. आईएमएफ ने वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक पर फ्रेश रिपोर्ट में ग्लोबल इकोनॉमी रेट 2024 में 3.1 फीसदी और 2025 में 3.2 फीसदी रहने का अनुमान जताया है.
पूरी दुनिया भारत की रफ्तार से सन्न है. किसी को यकीन नहीं हो रहा, जहां चीन अमेरिका और यूरोप के देश अपनी इकोनॉमी को संभालने के लिए मशक्कत कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर दुनिया की सबसे बड़ी आबादी वाला देश इकोनॉमिक ग्रोथ के मामले में बड़े देशों के मुकाबले सबसे आगे है. साथ ही ग्लोबल इकोनॉमी का इंजन बना हुआ है. वहीं दूसरी ओर चीन की इकोनॉमी लगातार डिरेल हो रही है. अमेरिका के सामने में कई तरह की चिंताएं मंडरा रही हैं.
यूरोपीय देशों की इकोनॉमी भी डांवाडोल है. जिसका जीता जागता उदाहरण जर्मनी है. ये तमाम बातें इसलिए हो रही हैं क्योंकि दुनिया की सबसे बड़ी आर्थिक एजेंसी में से एक इंटरनेशल मॉनेटरी फंड ने भारत के इकोनॉमिक ग्रोथ अकाउलुक को बेहतर किया है. आसए आपको भी बताते हैं कि आखिर आईएमएफ ने किस तरह के आंकड़ें पेश किए हैं.
आईएमएफ ने जारी की रिपोर्ट
इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड यानी आईएमएफ ने मंगलवार को कहा कि भारत का इकोनॉमिक ग्रोथ रेट मजबूत बने रहने की उम्मीद है और यह 2024 तथा 2025 में 6.5 फीसदी रहने की संभावना है. आईएमएफ ने वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक पर फ्रेश रिपोर्ट में ग्लोबल इकोनॉमी रेट 2024 में 3.1 फीसदी और 2025 में 3.2 फीसदी रहने का अनुमान जताया है. रिपोर्ट के अनुसार, चीन की आर्थिक वृद्धि दर 2024 में 4.6 फीसदी और 2025 में 4.1 फीसदी रहने की संभावना है. अक्टूबर, 2023 के अनुमान के मुकाबले वृद्धि दर में 0.4 फीसदी की वृद्धि है.