खैरथल‑तिजारा। खैरथल तिजारा जिले के मुंडावर उपखंड के हटुंडी ग्राम पंचायत के गांव चुड़ला जो अलवर बहरोड वाया सोडावास स्टेट हाईवे 14 पर मात्र 3 किलोमीटर की दूरी पर कृषि महाविद्यालय स्थित है।
चुडला गांव के सामाजिक कार्यकर्ता हनुमान कसाना व बाबूलाल फौजी ने बताया 2022 से संचालित चुडला कृषि महाविद्यालय में शिक्षण व्यवस्था के लिए आज तक कोई नियमित सेमेस्टर नहीं लगाया जा सका है। जबकि इस कृषि महाविद्यालय में शिक्षकों सहित बाबू वगैरा की 30 पोस्ट है। जहाँ मात्र दो बाबू कार्यरत हैं देखने की बात तो यह हैं यहाँ केवल एक विद्या संबल कभी कभार पढ़ाई करवा कर अपनी इति श्री कर रहा है। जिससे यहां के भी छात्रों का भविष्य अंधकार में है।
कैसे होंगे नियमित जब राजसेस समिति चलाएगी...
सरकार की महाविद्यालय संचालन की नई नीति में कृषि महाविद्यालय का संचालन राजसेस समिति के अधीन किया हुआ है। ऐसे में नियमित शिक्षक की कमी खलना जायज है। इससे पहले कृषि महाविद्यालय का संचालक कृषि विभाग करता था लेकिन पिछले 4 साल से शिक्षा आयुक्ततालय के अधीन कर दिए गए हैं। शिक्षा आयुक्तालय ने अपना पीछा छुड़वाकर इनका संचालन राजसेस के अधीन कर दिया था। इससे बाद राजस्थान मे संचालित करीब 30 कृषि महाविद्यालय की हालत इसी तरह है। पिछले दिनों कृषि मंत्री ने भी मामला उठाया था लेकिन मामला ठंडा बस्तें में चला रहा हैं।
....कृषि महाविद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों का आरोप है कि महाविद्यालय में शिक्षकों का अभाव है। इसके कारण पढ़ाई नहीं हो पा रही है। लीड वर्क व लैब उपलब्ध नहीं है न ही इनकी कोई व्यवस्था मिल पा रही है। पीने के पानी की व्यवस्था नहीं है। स्पोर्ट की भी कोई व्यवस्था नहीं होने से छात्रों का खेलना नहीं हो पा रहा हैं। नोडल द्वारा कॉलेज में ध्यान नहीं दिया जा रहा है। परीक्षा केंद्र का कॉलेज में न होना व फर्नीचर की कमी। कक्षाओं का समय पर न चलना व बिजली की व्यवस्था नहीं होना, सफाई कर्मचारी की कमी, अध्ययन सामग्री की कमी । कहने को तो कृषि महाविद्यालय है मगर प्राइमरी विद्यालय से भी स्थिति नाजुक है।
गांव के ग्रामीण कृषि महाविद्यालय की समस्या को देखते हुए जिला कलेक्टर से मांग की है कि कृषि महाविद्यालय में व्यवस्थाएं की जाए। चुडला के ग्रामीणों का कहना हैं की यह सरकार की भेदभाव नीति कहीं जाए या फिर पैरोंकार की कमी का खामियाजा, लेकिन शत प्रतिशत सत्य है कि चुडला कृषि महाविद्यालय को सौगात में शिक्षा की व्यवस्था वेंटिलेटर पर चल रही है।