बेंगलुरु । बेंगलुरु के हुलिमावु में हुए 13 साल के स्कूली बच्चे का अपहरण के बाद हत्या मामले में पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। गुरुवार देर रात एक एनकाउंटर के बाद दो आरोपियों (गुरुमूर्ति और गोपिकृष्ण उर्फ गोपाल) को गिरफ्तार किया गया। दोनों को बन्नेरघट्टा पुलिस सीमा के कग्गलीपुरा रोड के पास पकड़ा गया। इस दौरान पुलिस पर हमला करने की कोशिश में दोनों को गोली लगी। घायलावस्था में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पुलिस के अनुसार गुरुमूर्ति पीड़ित के घर में स्पेयर ड्राइवर के तौर पर काम करता था और उसका साथी गोपीकृष्ण था। दोनों ने मिलकर फिरौती के लिए 13 साल के निश्चय का अपहरण किया और बाद में उसकी हत्या कर दी।
निश्चय क्राइस्ट स्कूल में 8वीं कक्षा का छात्र था, और वह व्यास बैंक कॉलोनी, अरकेरे में रहता था। उसका आधा जला हुआ शव गुरुवार शाम को बन्नेरघट्टा-गोट्टीगेरे रोड के पास पथरीली जमीन पर मिला।
पुलिस को सूचना मिली थी कि आरोपी कग्गलीपुरा रोड के पास छिपे हुए हैं। इसके आधार पर हुलिमावु पुलिस स्टेशन की एक टीम ने रात करीब 1 बजे ऑपरेशन शुरू किया।
जब पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने की कोशिश की, तो उन्होंने चाकू से हमला कर दिया। पुलिस ने पहले हवा में चेतावनी के लिए गोलियां चलाईं, लेकिन आरोपी भागने की कोशिश करने लगे। इसके बाद पुलिस को आत्मरक्षा में गोलियां चलानी पड़ीं।
गुरुमूर्ति के दोनों पैरों में गोली लगी, जबकि गोपीकृष्ण के दाहिने पैर में गोली लगी। दोनों को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।
पुलिस के मुताबिक, गुरुमूर्ति ने बुधवार शाम को निश्चय का अपहरण किया, जब वह ट्यूशन से घर लौट रहा था। बच्चे के गायब होने के बाद उसके पिता अच्युता जे.सी., ने रात 10:30 बजे हुलिमावु पुलिस स्टेशन में अपहरण की शिकायत दर्ज की थी। बाद में बच्चे की साइकिल शांतिनिकेतन लेआउट में छोड़ी हुई मिली।