कानपुर में 3 जून को जुमे की नमाज के बाद भड़की हिंसा के मामले में शहर के बड़े बिल्डर का नाम सामने आया

RP, शहर और राज्य, NewsAbhiAbhiUpdated 15-06-2022 IST
 कानपुर में 3 जून को जुमे की नमाज के बाद भड़की हिंसा के मामले में शहर के बड़े बिल्डर का नाम सामने आया

 कानपुर. उत्तर प्रदेश के कानपुर में 3 जून को जुमे की नमाज के बाद भड़की हिंसा के मामले में अब शहर के बड़े बिल्डर का नाम सामने आ रहा है. आरोप है कि शहर के बिल्डर हाजी मोहम्मद वसी ने कथित रूप से हिंसा के आरोपी हयात जफर हाशमी को फंडिंग की है. ऐसे में खबर है कि पुलिस अधिकारियों ने रजिस्ट्री ऑफिस से इस बिल्डर द्वारा बनाई गई सभी बिल्डिंगों के दस्तावेज मांगे हैं. आरोप है कि वसी ने शहर भर में सौ करोड़ की अवैध बिल्डिंगें कर दी हैं.

प्राप्त जानकारी के मुताबिक, पुलिस को शहर में वसी की 31 बिल्डिंगों की जानकारी मिली है, जो सभी अवैध हैं. वहीं इन 31 अवैध बिल्डिंगों में 11 बिल्डिंगों के तो नक्शे भी दाखिल नहीं किए गए. वहीं इनमें रिश्तेदारों और करीबियों के नाम पर जमीनों में निवेश किया गया.

इस मामले में वसी की दस सालों में करोड़ों रुपये की कमाई को लेकर आयकर विभाग भी पड़ताल करेगा. वहीं कानपुर विकास प्राधिकरण यानी केडीए में तैनात रहे अधिकारियों पर भी जांच की तलवार लटकी हुई है. सवाल है कि आखिर वसी ने शहर में एक के बाद एक 31 बिल्डिंगें अवैध तरीके से बना ली और अधिकारियों ने उसके खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की.

इस बीच कानपुर हिंसा के मुख्य अभियुक्त जफर हयात सहित 4 आरोपियों की रिमांड पर आज खत्म हो रही है. ऐसे में पुलिस आज उनकी 5 दिनों की और रिमांड मांगेगी. अभियोजन पक्ष के वकील के अनुसार, पिछली रिमांड में बैंक की छुट्टी होने के चलते खातों संबंधी पड़ताल नहीं हो पाई.

दरअसल एसआईटी ने कानपुर हिंसा की फंडिंग की पड़ताल के लिए जफर हयात समेत परिवार के चार सदस्यों के खातों की जांच शुरू कर दी है. एसआईटी ने इन खातों की जानकारी ईडी से भी साझा की है. एसआईटी के मुताबिक, उसके पास इन अभियुक्तों के खिलाफ पर्याप्त सबूत मौजूद हैं.

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