चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर मेरठ Chaudhary Charan Singh में संचालित वनस्पति विज्ञान विभाग botany department के छात्र-छात्राएं अब वनस्पति विज्ञान के साथ-साथ डिजास्टर मैनेजमेंट Disaster Management के बारे में भी अध्ययन कर सकते हैं.विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा बीएससी बॉटनी के छात्रों से कोर्स को करने के लिए किसी भी प्रकार का कोई शुल्क नहीं लिया जा रहा है.सीसीएसयू की प्रति कुलपति प्रो. वाई विमला ने News-18 Local Meerut से खास बातचीत करते हुए बताया कि वनस्पति विभाग में अध्ययन करने वाले छात्र-छात्राएं एक सेमेस्टर में डिजास्टर मैनेजमेंट कोर्स का भी अध्ययन कर सकते हैं.उन्होंने कहा कि डिजास्टर मैनेजमेंट वनस्पति विज्ञान के लिए इसलिए आवश्यक हो जाता है.क्योंकि जटिल से जटिल आपदा को रोकने में पादप कोशिकाओं का अहम योगदान होता है.ऐसे में युवा अगर अध्ययन करेंगे तो वह प्राकृतिक आपदा को रोकने में मददगार साबित हो सकते हैं.
माइनर होने की वजह से निःशुल्क है कोर्स
नई शिक्षा नीति के अनुसार छात्र-छात्राएं माइनर रूप से किसी भी विषय का चयन कर सकते हैं.ऐसे में वनस्पति विज्ञान विभाग में जो भी छात्र-छात्राएं अध्ययन कर रहे हैं.अगर वे चाहें तो माइनर रूप से डिजास्टर मैनेजमेंट में भी अध्यन कर सकते हैं.इसके लिए अभी तक किसी भी प्रकार का कोई शुल्क नहीं लिया जा रहा है.हालांकि डिप्लोमा कोर्स बनने के बाद इसमें विश्वविद्यालय द्वारा शुल्क निर्धारित कर दिया जाएगा.अभी बॉटनी विभाग से बीएससी वनस्पति करने वाले छात्र-छात्राओं को कोर्स की फीस में ही समायोजित किया जा रहा है.
मेरिट के आधार पर ही होगा प्रवेश
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर में संचालित वनस्पति विज्ञान विभाग में बीएससी करने के लिए 20 सीटें निर्धारित की गई हैं.छात्र छात्राओं के प्रवेश मेरिट के आधार पर होंगे.जैसे ही विभिन्न बोर्ड के रिजल्ट आ जाएंगे.उसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा प्रवेश प्रक्रिया को ओपन कर दिया जाएगा.प्रवेश के लिए https://www.ccsuweb.in/ पर आवेदन व 0121-2763539 काॅल कर जानकारी ले सकते हैं.बताते चलें कि चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर में संचालित बाॅटनी विभाग में नई शिक्षा नीति के तहत ही स्नातक स्तर में यह कोर्स शुरू किया जा रहा है.पहले विश्वविद्यालय में पीजी स्तर पर छात्र-छात्राएं बाॅटनी में अध्ययन कर सकते थे.