बाड़मेर. राजस्थान में दलितों पर अत्याचार (Atrocities on dalits) की एक और हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है. यहां भारत-पाक बॉर्डर पर स्थित बाड़मेर जिले के बायतु थाना इलाके के भीमड़ा गांव में एक दलित बच्चे के साथ बेहरहमी से मारपीट (Brutally assaulted) कर उसके संवेदनशील अंगों में पेट्रोल डालने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. पीड़ित और उसके परिजनों का आरोप है कि एक ही परिवार के 3 लोगों ने मिलकर उसे पंखे से लटका दिया गया. बाद में उसके साथ क्रूरता की सभी हदें पार कर दी गई.
बाड़मेर पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने बताया कि भीमड़ा निवासी हनुमानराम ने बायतु थाने में इस संबंध में केस दर्ज कराया है. अपनी रिपोर्ट में उसने बताया है कि उसका भतीजा 9 जून की शाम को घर पर बैठा था. इसी दौरान भीमड़ा निवास नेमीचंद सोनी उसके भतीजे का अपहरण करके अपने घर ले गया. वहां ले जाकर उसके भतीजे को छत में लगे पंखे से लटकाकर बुरी तरह से मारपीट कर यातनायें दी. इतना ही नहीं नेमीचंद और उसकी पत्नी तथा बहन दुर्गा ने मासूम को गर्म चिमटों से भी दागा.
पीड़ित आरोपी के घर झाड़ू पोछे का काम करता है
हनुमानराम का आरोप है कि इसके बाद नाबालिग के संवेदनशील अंगों में पेट्रोल भी डाल दिया. इसके बाद नेमीचंद गंभीर रूप से घायल हुये मासूम को उसके घर के आगे पटककर फरार हो गया. बताया जा रहा है कि नाबालिग नेमीचंद सोनी के यहां झाडू-पोछा करने का काम करता है. 2 दिन किसी कारणवश काम पर नहीं जा पाने की वजह से नाबालिग का अपहरण कर उससे बेहरहमी से मारपीट की गई है. नाबालिग के परिजनों ने उसे गंभीर हालत में पहले बायतु के अस्पताल में भर्ती करवाया.
पुलिस ने मुख्य आरोपी को किया गिरफ्तार
बायतु में उसकी उसकी गंभीर हालत को देखते हुये प्राथमिक उपचार के बाद मासूम को बाड़मेर रेफर कर दिया गया. बाड़मेर में पीड़ित मासूम का इलाज चल रहा है. पीड़ित नाबालिग के मुताबिक उसे पंखे से लटकाकर पीटा गया. इसके साथ ही गर्म सरियों से पूरा शरीर दाग दिया. पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव के निर्देश के बाद बायतु थाना पुलिस ने इस संबंध में आरोपियों के खिलाफ एससी-एसटी सहित अन्य गंभीर धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
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