एमबीबीएस की पढ़ाई में बड़े बदलाव, छात्र-छात्राओं को अंग्रेज़ी के साथ ही हिंदी में पढ़ाया जा रहा

RP, शहर और राज्य, NewsAbhiAbhiUpdated 30-11-2022 IST
एमबीबीएस की पढ़ाई में बड़े बदलाव, छात्र-छात्राओं को अंग्रेज़ी के साथ ही हिंदी में पढ़ाया जा रहा

 मेरठ: मध्य प्रदेश सरकार ने पिछले दिनों मेडिकल का सिलेबस हिंदी में बनाए जाने की पैरवी और पहल की और अब मेरठ में इसका असर दिख रहा है. मेरठ मेडिकल कॉलेज में छात्र-छात्राओं को अंग्रेज़ी के साथ ही हिंदी में पढ़ाया जा रहा है. दरअसल अभी तक मेडिकल से संबंधित कोई भी कोर्स हो, उसमें हिंदी भाषा का उपयोग न के बराबर ही होता था. चाहे किताबी ज्ञान हो या फिर प्रोफेसरों के लेक्चर, सब कुछ अंग्रेजी माध्यम से ही था. लेकिन अब मेरठ मेडिकल कॉलेज में अनोखी मुहिम के तहत स्टूडेंट किताबी ज्ञान अंग्रेजी से ले रहे हैं, लेकिन प्रोफेसर हर चैप्टर को हिंदी में पढ़ा रहे हैं.

कॉलेज के विशेषज्ञों का मानना है कॉलेज की इस मुहिम के माध्यम से मरीज और डॉक्टरों के बीच का गैप कम होगा. दरअसल अभी देखा जाता है कि मरीजों को चीजें समझाने में कई बार डॉक्टर को दिक्कत होती है. जब वह उस भाषा को आसानी से समझ पाएंगे, तो मरीजों को भी आसानी से समझा सकेंगे.

एमबीबीएस स्टूडेंट्स का कहना है कि कॉलेज में हिंदी माध्यम से पढ़ाई शुरू होने से उन्हें काफी फायदा मिल रहा है. हिंदी बैकग्राउंड होने के कारण कई चीजें कई छात्रों को समझ नहीं आती थीं, लेकिन जब बारीकी से अध्ययन संभव हुआ है. मेरठ मेडिकल कॉलेज में हिंदी में पढ़ाना ही नहीं बल्कि अब हिंदी में मेडिकल की किताबों का लेखन भी शुरू हो चुका है.

मीडिया प्रभारी विष्णु दत्त पांडे ने बताया कि मेरठ मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ आरसी गुप्ता ने सभी विभागों को इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं. सभी अपने अपने विषय में हिंदी में किताबें लिखें, जिससे कि स्टूडेंट भविष्य में हिंदी में भी अध्ययन कर सकें. बताते चलें कि मेरठ मेडिकल कॉलेज में अधिकतर स्टूडेंट हिंदी भाषा क्षेत्र से पढ़ने के लिए आते हैं.

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